लेखनी कहानी -19-Jul-2022..... मानसून स्पेशल...बरसातकी रात..
मानसून.....
शायद ही कोई ऐसा इंसान होगा जिसे बारिश का इंतजार नहीं होगा..। किसान हो या व्यापारी... आम शख्स हो या दौलतमंद... हर किसी को किसी ना किसी वजह से बारीश यानि मानसून का इंतजार रहता ही हैं...।
ये कहानी एक ऐसी लड़की की हैं जो इन सभी में शामिल नहीं होतीं...। मानसून की शुरुआत उसे डरा देतीं हैं..। बारिश को देखते ही अपना आपा खो देतीं हैं...। आखिर उसके साथ ऐसा क्यूँ होता हैं... और क्या वो कभी इन सब से बाहर निकल पाएगी..?
ऐसे ही सवाल और जज्बात की कहानी हैं.... बरसात की रात....।
इस कहानी को शुरू करने से पहले सिर्फ इतना कहना चाहूंगी...। ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक हैं...। इसमें दर्शाएं गए नाम.... स्थान... पहचान... सब कुछ काल्पनिक हैं...। किसी भी जीवित या मृत व्यक्ति से इसका कोई संबंध नहीं हैं...। ये कहानी सिर्फ मनोरंजन की दृष्टि से लिखी गई हैं...। इसमें कुछ शब्द या घटनाएं आपतिजनक हो सकती हैं जो की सिर्फ कहानी की जरूरत के लिए लिखा गया होगा..... इसलिए पाठकों से मेरा निवेदन हैं की विवेक से काम ले...। मेरी कोशिश रहेगी की किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचे.... लेकिन फिर भी कुछ आपत्तिजनक लगे तो क्षमा करें...।
अभी बात करते हैं कहानी की मुख्य किरदार हमारी नायिका.... रोशनी की....।
नाम रोशनी मकवाना..... उर्फ़ दोस्तों की जान..... रुही......।
उम्र..... बाईस वर्ष....
कालेज के अंतिम वर्ष की छात्रा....
रहवासी..... हरियाणा ...।
माँ कान्ता देवी...
पिता प्रकाश मकवाना की एकलौती सन्तान..।
रोशनी के जीवन से जुड़ी उसकी कहानी के लिए अगले भाग को जरूर पढ़ें...।
kashish
05-Mar-2023 02:48 PM
nice
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Babita patel
21-Feb-2023 03:22 PM
very nice
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Milind salve
21-Jul-2022 12:36 AM
शानदार
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